एवोकाडो की खेती (Avocado Ki Kheti) – दक्षिण मध्य मेक्सिको में पाया जाने वाला एवोकाडो एक ऐसा फल है जो गर्म जलवायु में उगता है। भारत के कुछ हिस्सों की जलवायु बिल्कुल ऐसी ही है, इसी वजह से यहां के किसान आराम से इस फल की खेती कर पाते हैं।
आज भारत में किसान पारंपरिक खेती को छोड़कर तरह-तरह की खेती कर रहे हैं। कोई खास फल की खेती कर रहा है तो कोई खास फूल की खेती कर रहा है। लेकिन आज हम आपको इस लेख में एक ऐसे खास फल की खेती के बारे में बताएंगे, जिसकी डिमांड केवल भारत में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में बनी हुई है और आज भारतीय किसान इस विदेशी फल को उगाकर लाखों रुपए का मुनाफा कमा रहे हैं। यहां तक कि कुछ किसान तो इस विदेशी फल के कारोबार से करोड़पति भी बन गए हैं, तो आइये जानते है –
इस विदेशी फल का नाम एवोकाडो है। यह फल मुख्य रूप से दक्षिण मध्य मेक्सिको में पाया जाता है। लेकिन अब भारतीय किसान इसे जमकर उगा रहे हैं। दरअसल, भारत के शहरी बाजार और विदेशी बाजार में इस फल की काफी मांग है, जिससे यह ऊंचे दामों पर बिकता है। यह एक ऐसा फल है, जिसका बाहरी भाग हरा और भीतर का भाग मक्खन की तरह पीला गुद्देदार होता है। साथ ही इसमें एक बड़ा सा बीज भी होता है, जो बड़ी आसानी से निकल जाता है।
दरअसल, दक्षिण मध्य मैक्सिको में पाया जाने वाला एवोकाडो गर्म जलवायु में उगाया जाने वाला फल है। भारत के कुछ हिस्सों की जलवायु बिल्कुल ऐसी ही है, इसलिए यहां के किसान आराम से इस फल की खेती कर पाते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि एवोकाडो की खेती के लिए सबसे उपयुक्त तापमान 20 से 30 डिग्री सेल्सियस होता है। भारत में ओडिशा, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, केरल, पंजाब और हरियाणा का तापमान कुछ ऐसा ही रहता है। यही वजह है कि इन क्षेत्रों के किसान इन दिनों एवोकाडो की खेती कर रहे हैं।
एवोकाडो की कीमत भारतीय बाजार में बिकने वाले सामान्य फलों से कहीं ज्यादा है। आप समझ लीजिए कि भारतीय बाजार में इस समय एक किलो एवोकाडो की कीमत 1500 से 2000 रुपए के मध्य है। यही कारण है कि लोग इस फल को किलो में न लेकर बल्कि एक या दो पीस के रूप में खरीदते हैं। यह फल विदेशी बाजार में तो और भी ऊंचे दामों पर बिकता है।